दर्द ए दास्ता

डॉक्टर ने रमन के सिर परड्रेसिंग करने के बाद पट्टी बाँध दी और पूछा कि चोटकैसे लगी है? रमन- छोड़ो डॉक्टर! लंबी कहानीहै। डॉक्टर- फिर भी सुनना चाहता हूँ। रमन- बात यह है किपिछले हफ्ते पत्नी मायके गई हुई थी। मैं भी हवा बदलने रविवार को होटल मेंजा टिका। मेरे बगल के कमरे में एक खूबसूरत औरत थी। रात ग्यारह बजे उसनेदरवाजा खटखटाया और माफी माँगते हुए कहा कि उसे ठंड लगरही है अगर मैं कुछ मदद कर सकूँ तो वह आभारी रहेगी। मैंने एक कम्बल देदिया। थोड़ी देर बाद वह फिर आ गई और वही शिकायत करने लगी। मैंने उसे अपनाओवरकोट दे दिया। आज जब मैं हथौड़ी से कील ठोंक रहा था तो अचानक मुझे समझमें आया कि उस दिन वह क्या चाह रही थी और बस, मैंने हथौड़ी अपने सिर पर देमारी।