स्वामी विवेकानंद तुम अपनी अंतस्थ आत्मा को छोड़ किसी और के सामने सिर मत झुकाओ। जब तक तुम यह अनुभव नहीं करते कि तुम खुद देवों के देव हो, तुम मुक्त नहीं हो सकते। - स्वामी विवेकानंद Related Posts:suvichar 21712 सुअवसरों की ओर कदम बढ़ाना ही सफलता की सीढ़ी चढऩे का उत्तम तरीका है। -ऐन रैंड … Read Moreसुविचार-पीट मेराविच आप जितनी ज्यादा जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार रहते हैं, उतने ही अधिक लोगों के विश्वसनीय बनते हैं। -पीट मेराविच … Read Moreसुविचार-वाल्टेयर Normal 0 false false false EN-IN X-NONE HI … Read Moreclopstock जिसकी अपनी कोई राय नहीं होती और दूसरों की राय व रुचि पर निर्भर रहता है, वह गुलाम है। -क्लॉपस्टॉक … Read Moreसुविचार - खलील जिब्रान इच्छाओं का संघर्ष यह प्रकट करता है कि जीवन व्यवस्थित होना चाहता है। - खलील जिब्रान … Read More