sadvichar in hindi जो मनुष्य अपनी विद्या और ज्ञान को कार्य रूप में परिणित कर सकताहै, वह दर्जनों कल्पना करने वालों से श्रेष्ठ है। -इमर्सन Related Posts:सुविचार सागर Normal 0 false false false EN-IN X-NONE HI … Read Moresuvichar 12/07/2012 Normal 0 false false false EN-IN X-NONE HI … Read Moreसार्थक सुविचार सार्थक और प्रभावी उपदेश वह है जो वाणी से नहीं अपने आचरण से प्रस्तुत किया जाता है। -पं. श्रीराम शर्मा … Read Moreआस्था का मूल्य उस आस्था का कोई मूल्य नही जिसे आचरण में न लाया जा सके। महात्मा गांधी … Read Moresuvichar 18/07/2012 ज्ञान ही सबसे बड़ी अच्छाई है और अज्ञानता ही सबसे बड़ी बुराई है। -डायोजेनीस … Read More