सुविचार-वीरतापूर्वक सम्मानके साथ मरने की कला के लिए किसी विशेष .. वीरतापूर्वक सम्मानके साथ मरने की कला के लिए किसी विशेष प्रशिक्षण की जरूरत नहीं है। उसकेलिए परमात्मा में जीवंत श्रद्धा काफी है। - महात्मा गांधी Related Posts:महात्मा गांधी-सुविचार Normal 0 false false false EN-IN X-NONE HI … Read Moreसुविचार-वाल्टेयर Normal 0 false false false EN-IN X-NONE HI … Read Moreclopstock जिसकी अपनी कोई राय नहीं होती और दूसरों की राय व रुचि पर निर्भर रहता है, वह गुलाम है। -क्लॉपस्टॉक … Read Moreसुविचार - खलील जिब्रान इच्छाओं का संघर्ष यह प्रकट करता है कि जीवन व्यवस्थित होना चाहता है। - खलील जिब्रान … Read Moreडॉ. राबर्ट सुविचार Normal 0 false false false EN-IN X-NONE HI … Read More