सुविचार-वीरतापूर्वक सम्मानके साथ मरने की कला के लिए किसी विशेष .. वीरतापूर्वक सम्मानके साथ मरने की कला के लिए किसी विशेष प्रशिक्षण की जरूरत नहीं है। उसकेलिए परमात्मा में जीवंत श्रद्धा काफी है। - महात्मा गांधी